Best School Love Story in Hindi | स्कूल की सच्ची प्रेम कहानियां

Love Story in Hindi में School Love Story in Hindi सबसे ज्यादा पॉपुलर मानी जाती है। क्योंकि लोगों की जिंदगी बदल लड़कों लड़कों की जिंदगी स्कूल से सही होती है वही स्कूल की लव स्टोरियां लड़के लड़कियों की पहली प्रेम कहानियां होती है। लोगों के पहले प्रेम कहानियां पढ़ने में हमला भी लोगों को बहुत ज्यादा मजा आता है क्योंकि पहले पहले प्यार की कहानी में लोगों को प्यार करने के बारे में तथा उसके तरीके के बारे में नहीं जानता है।

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School Love Story को पढ़ने के लिए हम सभी लोगों को इंटरनेट पर बहुत सारी Real Love Story जैसे कहानी को पढ़ने के लिए आते हैं। लेकिन स्कूल लव स्टोरी और कॉलेज लव स्टोरी इन सभी लव स्टोरी को पढ़कर हम सभी लोगों को काफी ज्यादा मजा आता है। क्योंकि जो लोग प्यार करते हैं उसे प्यार की कहानियां पढ़ने में बहुत ज्यादा अच्छा लगता है और वह हमेशा इंटरनेट पर प्यार की कहानियां पढ़ने के बारे में सोचते रहते हैं।

स्कूल की सच्ची प्रेम कहानियां – School Love Story

Best School Love Story को  कहानी में स्कूल की है पहली प्रेम कहानी के बारे में जाने वाले हैं। इस स्कूल लव स्टोरी में आकाश नाम का लड़का तथा शीतल नाम की लड़की एक दूसरे से बेइंतहा प्यार किया करती थी अपने स्कूल के दिनों में जिसकी आगे हम जैसे करने वाले हैं।

स्कूल का पहला प्रेम – School Love Story in Hindi

School Love Story in Hindi
School Love Story in Hindi

किसी गांव में एक उच्च स्तरीय विद्यालय का जिसमें आकाश नाम का लड़का तथा शीतल नाम की लड़की विद्यालय पढ़ने के लिए जाया करते थे। आकाश बहुत पहले से ही उसी स्कूल में पढ़ाई कर रहा था मतलब की आकाश की पढ़ाई उसे स्कूल में क्लास 1:00 से ही हो रही थी। लेकिन जैसे ही आकाश क्लास सेवन में पहुंचता है वैसे ही क्लास सेवन में ही एक लड़की कहीं दूसरी जगह से ट्रांसफर करा कर उस क्लास में नामांकन लेती है।

दूसरे स्कूल से आने के बाद उसे स्कूल में नामांकन लेने वाली उस लड़के का नाम शीतल था। दूसरे स्कूल से आने के बावजूद भी वह बहुत ज्यादा पढ़ने लिखने में तेज थी हमारा आते ही सभी लोगों से जान पहचान होने लगे थे। उस समय स्कूल में सबसे ज्यादा अच्छा कैरियर वाला लड़का आकाश हिसाब होगा क्लास में हमेशा टॉप किया करता था।

जैसे ही सर किसी भी काम को करने के लिए कहा था तो सबसे पहले आकाश को आवाज दिया करता था। सगाई स्कूल का कोई भी काम करने के लिए हमेशा आकाश को ही बुलाया करता था और कोई भी काम के लिए भेजा करता था। इस कारण से सभी लोग आकाश से अच्छी तरह से बातचीत किया करते थे क्योंकि क्लास में टॉप होने के बावजूद वह सर से अच्छी पहचान रखते थे।

जैसे-जैसे शीतल उसके बाद में पुरानी होती गई वैसे वैसे ही उसकी दोस्ती आकाश के साथ होने लगे थे। आकाश आगे की कुर्सी में बैठा करता था। और शीतल भी पढ़ने लिखने में काफी ज्यादा होशियार होने के कारण वह भी आगे बैठा कर देते हैं। अब तो हर समय टीचर क्लास में होते हुए भी हुए दोनों एक दूसरे से बातें किया करते थे पढ़ाई के बारे में।

धीरे-धीरे उनकी मित्रता बहुत ज्यादा हो गई थी और वह एक दूसरे से बात किए बिना नहीं रह पाते थे। अगर किसी दिन अगर स्कूल नहीं जाता था तो शीतल को मन नहीं लगता था मुझसे इतना स्कूल किसी दिन नहीं जाती थी तो आकाश को मन नहीं लगता था

दोनों की दोस्ती होते होते 2 साल लग गए थे और हम शीतल और आकाश क्लास 9 में पहुंच गए थे। दोनों की दोस्ती और प्यार में बदलने लगी थी। वह समय दूर नहीं था कि अब तो लो मैट्रिक में पहुंच जाएंगे मतलब के class10 में पहुंच जाएंगे। ऐसे में हम दोनों को उनके बिछड़ने का डर सता रहा था। क्योंकि शीतल का घर कहीं और था और आकाश का घर कहीं और था।

जिस कारण से दोनों को यह चिंता सताने लगी थी कि अगर हम लोग मैट्रिक की परीक्षा दे देते हैं उसके बाद हमें स्कूल तो छोड़ नहीं पड़ेगी। क्योंकि जिस स्कूल में वह लोग पढ़ाई करते थे वही स्कूल केवल मैट्रिक तक का ही पढ़ाई होती थी।

उसके बावजूद दोनों आप एक दूसरे के बिना उदास रहने लगे थे या। क्योंकि उसे यह जानकारी मिल गई थी कि भेज दो से तीन महीनों के पढ़ाई होने के बाद अब तो हम सभी को घर में पढ़ाई करनी है। क्योंकि मैट्रिक में कुछ दिन पढ़ाई करने के लिए छुट्टी दे दिया जाता था स्कूल से ताकि घर में सभी लोग अपनी अपनी तैयारी अच्छी से कर सके।

ऐसे में उन दोनों की तैयारी को लेकर उसके सर हमेशा बोलते थे कि तुम बहुत ज्यादा बात करने लगे हो तुम्हारी पढ़ाई में अब मन नहीं लगने लगा है।

स्कूल टीचर के कारण दोनों अब एक दूसरे से अलग होने के लिए सोच ही रहे थे। उसके बाद शीतल कहती है कि टीचर तुम्हें बार-बार बोल रहा है कि बहुत ज्यादा तुम्हारा बातचीत हो रहा है अगर इसी तरह से चलता रहा तो आगे की मैट्रिक रिजल्ट तुम दोनों की खराब हो जाएगी। उसके बाद आकाश कहता है कि हमें कुछ दिनों के लिए अलग रहना होगा बिना बातचीत किए जब तक मैट्रिक एग्जाम ना हो जाए।

दोनों लोग अपने अपने मन को समझा कर या फैसला कर लिया के आपसे दोनों एक दूसरे से नहीं बात करेंगे ना ही मिलेंगे। अब दोनों लोग तथा स्कूल के सभी छात्र छात्राएं स्कूल से छुट्टी हो गया था सभी लोग अब घर में अपनी मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। साथ ही आकाश भी अपनी मर्जी पर चले तैयारी में दिन रात पढ़ रहे थे और उधर शीतल भी अपनी मैट्रिक परीक्षा की तैयारी करने के लिए दिन रात पढ़ रही थी।

जैसे-जैसे मैट्रिक परीक्षा नजदीक आ रहा था वैसे वैसे ही परीक्षा के दिन मिलने की तमन्ना दोनों को दिल हो गए जाग रही थी। शीतल जा रहे थे कि परीक्षा देने जब जाएंगे तो दोनों साथ में ही जाएंगे लेकिन आकाश कह रहा था कि जब तक एग्जाम पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता हम लोग आपस में नहीं बातचीत करेंगे नहीं मिलेंगे।

जैसा का सोचता है ठीक वैसा ही होता है क्योंकि मैट्रिक परीक्षा देने जाने के क्रम में शीतल के पिताजी उसके साथ लाने तो तक पहुंचाने के लिए जाया करता था। जिस कारण से आकाश चाह कर भी उससे बात नहीं कर सकता था।

धीरे-धीरे मैट्रिक की सभी परीक्षाएं खत्म हो गई थी। उसके बाद वे दोनों आप एक दूसरे से मिलने के लिए चाहते थे लेकिन कहां मिलना है इसकी जानकारी दोनों को किसी के पास भी नहीं था। क्योंकि जहां वे लोग रहते थे वहां एक गांव था और गांव में मिलने के लिए पार्क इत्यादि नहीं होते हैं।

साथ ही गांव के लोग इतने ज्यादा कठोर नियम के होते हैं कि वह कभी भी एक दूसरे को मिलते हुए नहीं देख सकते हैं। क्योंकि गांव में इस प्रकार का नियम नहीं चलता है सभी लोगों अपने कायदे में रहते हैं और सभी लोग अपने बेटे बेटियों को नियम के अनुसार चलने पर फोर्स करते हैं।

मैट्रिक परीक्षा तो खत्म हो चुकी थी लेकिन इसके बावजूद भी दोनों एक दूसरे से नहीं मिल पा रहे थे। लेकिन एक दिन दोनों की अचानक मुलाकात होती है वैसी परीक्षा देने के लगभग चार-पांच साल बाद। जैसे ही दोनों की मुलाकात होती है वैसे ही शीतल के मन में बहुत ज्यादा खुशी होती है कि अब तुम उसका प्यार उसे मिल गया है।

लेकिन जब आकाश से शीतल मिलती है तो उसकी खुशी पूरी तरह से खत्म हो जाती है। क्योंकि जो आकाश शीतल से मिलती है तो कहती है कि मैं तुम्हें अपनी शादी के कार्ड देने आया हूं मेरी शादी एक हफ्ते बाद है तुम जरूर मेरी शादी में आना।

इतना सुनते ही शीतल आकाश की शादी का कार्ड लेकर अपने घर की तरफ चल पड़ती है। जब वह घर जाती है तो वह रात के अंधेरे में रात भर रोती है क्योंकि शीतल हमेशा से ही आकाश के इंतजार में जीवन व्यतीत कर रहा था कि किसी ना किसी कारण से उसकी मुलाकात होगी और दोनों में बातचीत होगी

फिर उसके बाद मैं दोनों में एक दूसरे से शादी करेंगे। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था जब आकाशी तो से मिलता है तो डायरेक्ट अपनी शादी के कार्ड देने के लिए मिलता है।

School Love Story in Hindi

आकाश की शादी नहीं हुई कहां गई थी और वह शादी के दिन शीतल के आने का इंतजार कर रहा था। लेकिन शीतल की तरफ से ना ही कोई मैसेज आया था ना ही फेसबुक आई थी। शादी के दूसरे दिन मतलब किसी दिन शादी पूरा होने वाली थी उस दिन एक गिफ्ट का डब्बा किसी के द्वारा आकाश को मिलता है।

आकाश गिफ्ट के डब्बे को देखकर बहुत ज्यादा खुश हो जाता है क्योंकि उस पर शीतल का नाम लिखा था। वह गिफ्ट का डब्बा खोलने के लिए पूरी तरह से बेताब था क्योंकि उसकी पसंद की लड़की मतलब कि जिससे वह बचपन में प्यार किया करता था उसका गिफ्ट आया था उसके लिए। आकाश को इंतजार नहीं हो रहा था हुआ जैसे ही हाथ में डलवा लिया मैंने देखा कि नंबर से नीचे खून गिर रहा है थोड़ी-थोड़ी।

जैसे ही आकाश उस डब्बे को खुलता है तो देखता है कि उसमें एक छोटा सा मनुष्य का दिल रखा हुआ है जिसमें से खून टपक रहा है। साथ ही वहां एक चिट्ठी लिख पड़ी हुई थी जिसमें लिखा हुआ था तुम शादी तो कर रहे हो लेकिन अपना दिल ले जाना भूल गए हो या लो मेरा दिल अपने पास रखो क्योंकि तुम्हारे बिना मेरा जिंदगी का कोई मकसद ही नहीं है।

कितना पढ़ते ही आकाश पूरा पसीना से लथपथ हो गया था और उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो गया है। क्योंकि इसी तरह तो पहले कभी प्यार सदा शादी के बारे में कोई बातचीत किया था और ना ही उसके बाद जब वह काट देने के लिए गया था तो कोई बातचीत हुई थी। आकाश के पैरों तले जमीन निकल गई थी क्योंकि जिस बात का मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था वही बात उसके साथ हो गई थी।

स्कूल की सच्ची प्रेम कहानी से आपने क्या सीखा है?

इस School Love Story से हमें यह सीखने को मिला है कि हमें अपने चाहने वालों को कभी धोखा नहीं देना चाहिए। क्योंकि हम जिससे प्यार करते हैं उससे पूछे बिना जिंदगी का कोई भी फैसला नहीं करना चाहिए। क्योंकि जितना हक हमारी जिंदगी पर हमारा है उतना ही है हमें प्यार करने वालों का भी है। ऐसे में हमें सब की खुशी के बारे में जानना चाहिए और उसकी खुशी को पहचानना चाहिए। School Love Story in Hindi हम लोगों को यही शिक्षा मिली है।

School Love Story in Hindi का निष्कर्ष

स्कूल की प्रेम कहानियां में आज हम लोग School Love Story in Hindi तथा स्कूल के लवस्टोरी से संबंधित कहानियों के बारे में पढ़ने का मौका मिला है। उम्मीद है कि आप सभी लोगों को हमारी तरफ से ज्यादा किया गया स्कूल लव स्टोरी आप सभी लोगों को पसंद आया होगा।

FAQ for School Love Story in Hindi

School Love Story in Hindi क्या है?

स्कूल में पढ़ने वाले तथा स्कूल की पहली प्रेम कहानियों को स्कूल लव स्टोरी कहा जाता है। या कहानियां स्कूल से शुरू होकर कॉलेज तक जाती है और कॉलेज में ही खत्म हो जाती है।

कॉलेज लव स्टोरी क्या है?

कॉलेज में पढ़ने वाली सुबह की छुट्टियों के द्वारा की गई प्यार की प्रेम की कहानियों के बारे में लिखने की कला को कॉलेज लव स्टोरी कहां जाता है। कॉलेज लव स्टोरी पढ़ने में बहुत ज्यादा मजा आता है।

रियल लव स्टोरी इन हिंदी क्या है?

सच्ची जिंदगी में होने वाली रियल लव स्टोरी हिंदी जो कि किसी किताब है तथा रियल लव स्टोरी हिंदी फॉर फेसबुक इत्यादि पर मिलती है वही रियल लव स्टोरी होती है।

कॉलेज की लव स्टोरी कैसे शुरुआत होती है?

कॉलेज की लव स्टोरी की शुरुआत दो प्रेमी और दो प्रेमिकाओं की पसंद के ऊपर निर्भर करता है। जब वे दोनों किसी को प्यार करते हैं किसी को पसंद करते हैं तथा उसके बारे में सोचने पर मजबूर हो जाते हैं उसी समय से ही दोनों के प्रेम कहानियां लिखना शुरू हो जाती है।

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